Kavya Manjusha 2021
This book contains my poem titled “Marasim (मरासिम) ” that won ALS Wordsmith Award 2021 for Hindi Poetry.
An excerpt from my poem (मेरी कविता की चंद पंक्तियाँ):
मेरे हर लम्हे,
हर ख़्याल, हर जज़्बात में मौजूद हो तुम
मेरी हर सुबह हो तुम, हर रात हो तुम
मैं चाहूँ भी तो तुम से जुदा खुद को कर न पाऊँगी
जो मरासिम मोहब्बत का खुदा ने बख़्शा है
उसे अपनी शख़्सियत से किस क़दर मिटाऊँगी
About the book:
काव्य मञ्जूषा 2021 में वार्षिक वर्डस्मिथ पुरस्कार प्रतियोगिता के विजेता छंदों को शामिल किया गया है। इसमें एशियन लिटरेरी सोसाइटी के चुनिंदा कवियों कीकविताओं को भी शामिल किया गया है। ये कविताएँ विभिन्न विषयों पर लिखी गई हैं।
Get your copy here: Buy