तुम और मैंजैसे कागज़ पर लिखी एक हसीन कविताकुछ एहसासात बिखेरती हुईकुछ लम्हों को अलफ़ाज़ में पिरोती हुईदिल के तारों को छूती हुईख़्वाबों को आँखों में सजाती हुईजीने की इक आस जगाती हुई … तुम और मैंजैसे सावन की...
16 Sep
21 Jan
तेरे आने से पहले जो गुलिस्तां महकते हैं तेरे जाने के बाद वो मुरझा जाते हैं बहुत समझाया दिल को मगर न जाने क्यूँ आँखों से आँसू आ ही जाते हैं ©वन्दना भसीन English Translation: ...
26 Oct
I have penned down something in Hindi today. Below is the English translation as well. क्यों चले आते हो तुम ख़्यालों में बिन बुलाए बिन खटखटाए जब इस दिल पर तुम्हारा कोई हक़ ही नहीं इस दिल ने...